भारत में ही पुरुषों को कई ऐसी समस्याएं होती हैं जिसके बारे में
वे खुलेआम बात करने से कतराते हैँ। ऐसी समस्याओं में कई सेक्स समस्याएं भी
शामिल है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन ऐसी ही एक बड़ी सेक्स समस्या है जिसका
इलाज करवाने और बात करने से पुरुष घबराते हैं। लेकिन वैसे पुरुषों के लिए
खुशखबरी है जो सेक्स के दौरान उत्तेजना की समस्या से परेशान है।
बहुत से पुरुष इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का इलाज सिर्फ इसलिए नहीं करवा पाते क्योंकि वे पिल्स को सहन नहीं कर पाते। या फिर कुछ पुरुष पिल्स लेना पसंद नहीं कर पाते। कुछ लोग इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के इलाज के तौर पर पेनिस में इंजेक्शन भी लगवाना पसंद नहीं करते। एक्सपर्ट मानते हैं कि हर व्यक्ति के लिए सही ट्रीटमेंट ढूंढना बहुत मुश्किल होता है फिर भी नए अविष्कार को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता।
इरेक्टाइल डिस्फंशन की समस्या आधे से अधिक 40 से 70 वर्ष के पुरुषों को भी उतनी ही प्रभावित करती है जितनी की इससे कम उम्र के। कई केसों में इरेक्टाइल डिस्फंशन की समस्या के कारण रिलेशनशिप खराब हो सकता है। आत्मविश्वास घट सकता है। एंजाइटी और डिप्रेशन हो सकता है।
यूके की एक रिसर्च के मुताबिक इरेक्टाइल डिस्फंशन के प्रभाव से पुरुषों की लाइफ बर्बाद हो सती है। इरेक्टाइल डिस्फंशन के शिकार 250 पुरुषों पर किए गए सर्वे में से 80 फीसदी पुरुषों ने इस बात को स्वीकार किया। एक्सपर्ट ये भी कहते हैं कि इरेक्टाइल डिस्फंशन की समस्या यदि गंभीर रूप ले लेती है तो पुरुष को 3 से पांच सालों के भीतर कार्डियोवस्कुलर डिजीज, एंजिमा और हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है।
बहुत से पुरुष इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का इलाज सिर्फ इसलिए नहीं करवा पाते क्योंकि वे पिल्स को सहन नहीं कर पाते। या फिर कुछ पुरुष पिल्स लेना पसंद नहीं कर पाते। कुछ लोग इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के इलाज के तौर पर पेनिस में इंजेक्शन भी लगवाना पसंद नहीं करते। एक्सपर्ट मानते हैं कि हर व्यक्ति के लिए सही ट्रीटमेंट ढूंढना बहुत मुश्किल होता है फिर भी नए अविष्कार को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता।
इरेक्टाइल डिस्फंशन की समस्या आधे से अधिक 40 से 70 वर्ष के पुरुषों को भी उतनी ही प्रभावित करती है जितनी की इससे कम उम्र के। कई केसों में इरेक्टाइल डिस्फंशन की समस्या के कारण रिलेशनशिप खराब हो सकता है। आत्मविश्वास घट सकता है। एंजाइटी और डिप्रेशन हो सकता है।
यूके की एक रिसर्च के मुताबिक इरेक्टाइल डिस्फंशन के प्रभाव से पुरुषों की लाइफ बर्बाद हो सती है। इरेक्टाइल डिस्फंशन के शिकार 250 पुरुषों पर किए गए सर्वे में से 80 फीसदी पुरुषों ने इस बात को स्वीकार किया। एक्सपर्ट ये भी कहते हैं कि इरेक्टाइल डिस्फंशन की समस्या यदि गंभीर रूप ले लेती है तो पुरुष को 3 से पांच सालों के भीतर कार्डियोवस्कुलर डिजीज, एंजिमा और हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है।