Saturday, 25 July 2015

मर्दों की इस समस्या का इलाज होगा आसान

भारत में ही पुरुषों को कई ऐसी समस्याएं होती हैं जिसके बारे में वे खुलेआम बात करने से कतराते हैँ। ऐसी समस्याओं में कई सेक्स समस्याएं भी शामिल है। इरेक्टाइल डिस्फंक्‍शन ऐसी ही एक बड़ी सेक्स समस्या है जिसका इलाज करवाने और बात करने से पुरुष घबराते हैं। लेकिन वैसे पुरुषों के लिए खुशखबरी है जो सेक्स के दौरान उत्तेजना की समस्या से परेशान है।
बहुत से पुरुष इरेक्टाइल डिस्फंक्‍शन का इलाज सिर्फ इसलिए नहीं करवा पाते क्यों‌कि वे पिल्स को सहन नहीं कर पाते। या फिर कुछ पुरुष पिल्स लेना पसंद नहीं कर पाते। कुछ लोग इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के इलाज के तौर पर पेनिस में इंजेक्‍शन भी लगवाना पसंद नहीं करते। एक्सपर्ट मानते हैं कि हर व्यक्ति के लिए सही ट्रीटमेंट ढूंढना बहुत मुश्किल होता है फिर भी नए अविष्कार को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता।
इरेक्टाइल डिस्फंशन की समस्या आधे से अधिक 40 से 70 वर्ष के पुरुषों को भी उतनी ही प्रभावित करती है जितनी की इससे कम उम्र के। कई केसों में इरेक्टाइल डिस्फंशन की समस्या के कारण रिलेशनशिप खराब हो सकता है। आत्मविश्वास घट सकता है। एंजाइटी और डिप्रेशन हो सकता है।
यूके ‌की एक रिसर्च के मुत‌ाबिक इरेक्टाइल डिस्फंशन के प्रभाव से पुरुषों की लाइफ बर्बाद हो सती है। इरेक्टाइल डिस्फंशन के शिकार 250 पुरुषों पर किए गए सर्वे में से 80 फीसदी पुरुषों ने इस बात को स्वीकार किया। एक्सपर्ट ये भी कहते हैं कि इरेक्टाइल डिस्फंशन की समस्या यदि गंभीर रूप ले लेती है तो पुरुष को 3 से पांच सालों के भीतर कार्डियोवस्कुलर डिजीज, एंजिमा और हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है।

Friday, 24 July 2015

मधुमेह रोगियों के लिये सबसे बेस्‍ट है ये 5 फूड


मधुमेह रोगियों को अपने खाने पर बहुत ध्‍यान देना चाहिये। ब्‍लड शुगर अगर मेंटेन रहेगा तभी आप पूरी तरह से स्‍वस्‍थ रह पाएंगे, जिसके लिये आपको अपने आहार में सेहतमंद चीज़ें जोड़नी होंगी।
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ऐसी डाइट जिसमें अच्‍छी मात्रा में फल, सब्‍जियां और साबुत अनाज हो तथा वह कैलोरी और फैट में कम हो, तभी आप मधुमेह से लड़ पाएंगे। स्‍टडी में कहा गया है कि फाइबर युक्‍त आहार टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को काफी कम कर सकता है।
आइये जानते हैं कि आपको अपने किचन में कौन कौन सी चीज़ें रखनी चाहिये, जो आपको मधुमेह से बचा सकती हैं।

बींस

ऐसी बहुत सी बींस हैं, जिनका सेवन आप आराम से कर सकते हैं। बींस, मसूर, मटर, राजमा आदि खाने पर आपको ढेर सारा फाइबर मिलेगा। इसके साथ ही इनमें मैगनीशियम और पोटैशियम भी होता है। अगर आप केन वाली बींस खरीद रहे हैं तो कोशिश करें कि उसमें सोडियम की मात्रा कम हो।
मेवे
बींस की ही तरह मेवों में भी काफी फाइबर, स्‍वस्‍थ वसा और मैगनीशियम प्राप्‍त होगा। इसके साथ ही मेवे खाने से पेट भी लंबे समय तक भरा रहता है।
शकरकंद
शकरकंद में विटामिन ए और फाइबर होता है। आप इन्‍हें किसी भी तरीके से खा सकते हैं।
भिंडी
भिंडी ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल करती है। इसमें से एक चिपचिपा रस निकलता है जो कि शरीर में ग्‍लूकोज लेवल को कंट्रोल करता है।
साबुत अनाज
जब भी आप अनाज लेने जाएं तो जरुर देखें कि उसमें ढेर सारा फाइबर होना चाहिये। चाहे वह ओट्स, गेहूं या बाजरा हो, इन सभी में काफी सारा पोषण होता है। इसके साथ ही इसमें फाइबर, विटामिन ई, बी, आयरन, मैगनीशियम और सेलिनियम होता है।