खुद के बारे में अपने आप से बात न करें: महिलाएं बड़ी आसानी से
समझौता कर लेती हैं। खुश करना इनकी फितरत में शामिल रहता है साथ ही इस बात
का भय भी रहता है कि वो रिजेक्ट न हो जाएं।
लंबे समय तक ऐसा
करने से वे कुंठित भी हो जाती हैं। इसमें दो राय नहीं है कि हर संबंध में
समझौते करने पड़ते हैं। लेकिन ऐसी कुछ बातें हैं जिन्हें अगर हम अमल में
लाएं तो हमारा सेक्स जीवन तूफानी हो सकता है।
शरीर जैसा है वैसा ही स्वीकार करें
हमें
अपने शरीर के संपर्क में रहना चाहिए। क्या करने से अच्छा लगता है और क्या
करने से बुरा, इस बात की जानकारी हमें होनी चाहिए। हमें अपने वजन और शेप कि
भी चिंता नहीं करनी चाहिए। कोई अगर आपके शरीर पर टिप्णणी करता है तो उसे
एक कान से सुनकर दूसरे से निकाल दें। खुद पर भरोसा रखें।
खुद
के बारे में नकारात्मक सोचना हमें बंद करना होगा नहीं तो मूड खराब होने की
पूरी गारंटी है। अपने शरीर की कोई चीज आपको पसंद नहीं है तो आप उसके बारे
में सोच भी लेंगी तो क्या उसमें बदलाव संभव नहीं है। जब बदलाव संभव नहीं है
तो सोचने से क्या फायदा ? अगर आप इन बातों से मुक्त रहेंगी तो आप सेक्स का
बेहतर मजा ले सकती हैं।
सजा के रूप में कभी भी सेक्स से इनकार न करें
पुराने दिनों में कुछ महिलाएं अपने पार्टनर के अच्छे बर्ताव के बदले में सेक्स ऑफर करती थी और नाराज होने पर सेक्स से इनकार करती थीं। ऐसा करना बहुत बड़ी गलती है।
बात
जहां तक सेक्स की है तो ज्यादातर पुरुषों को नियंत्रित होना या सजा पाना
पसंद नहीं है। वे नहीं चाहते कि उनके साथ बच्चों जैसा बर्ताव हो। अगर अपने
पार्टनर की किसी बात से आप दुखी हैं तो उसके साथ सीधा संवाद स्थापित करना
चाहिए।
परेशानी की वजह से सेक्स
के लिए इंकार करना गलत है। स्पष्ट रूप से इंकार करने के बदले में यह कहा
जा सकता है कि अभी नहीं ,थोड़ी देर बाद। और हां, सजा या इनाम के रूप में
सेक्स को कभी भी उपयोग में नहीं लाएं। ऐसा करने से यह एक तरह का सौदा हो
जाता जिसमें सेक्स एक बिकाऊ चीज हो जाती है।
बेडरूम में पालतू जानवरों का प्रवेश नहीं
अपने
पालतू कुते या बिल्ली को चाहे कितना भी आप प्यार करती हों लेकिन उनके
सामने सेक्स न करें। उन्हें कमरे से बाहर कर दरवाजे को बंद कर दें। संभव है
कि उन्हें आपसे ईर्ष्या हो और वो भी खेलना चाहें। कुत्ते भूंकने या
गुर्राने लगेंगे और बिल्लियां बिस्तर पर आकर चलने लगेंगी। बेडरूम के दरवाजे
को भीतर से बंद कर इन समस्याओं से बचा जा सकता है।
सेंस ऑफ ह्यूमर लाएं
आत्मीयता
का दूसरा नाम है सेक्स। इसमें हंसी- मजाक का तड़का लग जाए तो उसका आनंद ही
कुछ और है। हंसी- मजाक से तनाव दूर होता है। चाहे अपने पार्टनर से हम कितना
प्यार करते हों लेकिन सेक्स को लेकर हंसी-मजाक करने में कोई बुराई नहीं
है। हंसी मजाक से तनाव कम होता है और एक दुसरे को करीब लाने में काफी मदद
करता है।
लेन- देन में रखें यकीन
सबसे
बढ़िया सेक्स वो है जिसमें दोनों पार्टनर एक दुसरे को खुश करने की कोशिश
करते हैं। सेक्स में अगर शेयरिंग कि जाये तो इससे अच्छी बात नहीं हो सकती।
सेक्स के समय एक पार्टनर को अगर इस बात का एहसास हो जाए कि दूसरा रूचि नहीं
ले रहा है तो वो बढ़िया सेक्स नहीं होगा। जब दोनों पार्टनर को इस बात कि
चिंता रहेगी कि उसे अपने पार्टनर को संतुस्ट करना है तो उस सेक्स का आनंद
ही कुछ और होता है।
नोटः अगर सेक्स से संबंधित आपकी भी कोई समस्या या सवाल है तो उसे आप हमें हिंदी या अंग्रेजी में मेल कर सकते हैं। ईमेलः info@hashmi.com
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