Monday, 9 February 2015

अर्थराइटिस से मुक्ति के लिए क्या करें

जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती हैं तो यह गाउट की समस्या होती है। विटामिन बी3 का अधिक सेवन करने वाले लोगों में यह समस्‍या ज्‍यादा देखने को मिलती है। पुरुषों में यह बीमारी ज्यादा देखने को मिलती है। वहीं महिलाओं में मेनपॉज के बाद यह समस्या देखने को ज्यादा मिलती है।

गाउट को दूर करने के लिए हमारे आसपास कई हर्ब्‍स मौजूद हें। ये औषधियां असरकारी तो हैं ही साथ ही इनके साइड इफेक्‍ट भी नहीं के बराबर हैं। जैसे गाउट में अदरक का सेवन काफी फायदेमंद साबित होता है। आप चाहें तो इसे अपने हर रोज के खाने के साथ ले सकते हैं या फिर इसकी कोई खास डिश बनाकर भी खा सकते हैं।
सेब का सिरका गाउट ठीक करने की प्रमाणित दवाओं में से एक है। आप एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर हर रोज ले सकते हैं। इससे आप गाउट की समस्या पर निजात पा सकते हैं।
गाउट को अर्थराइटिस के रुप में भी जाना जाता है। इसके कारण रोगी को जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है। जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती हैं तो यह गाउट की समस्या होती है। यह यूरिक एसिड छोटे-छोटे क्रिस्टल के रुप में जोड़ों के आसपास जमा हो जाते हैं जो तकलीफ और दर्द का कारण बनते हैं।
यह समस्या ज्यादातर हाथों, कलाई, अंगुलियों, घुटने, टखने और पंजों के संयुक्त जोड़ों में होती है। यह तो हर कोई जानता है कि हल्दी में कई आयुर्वेदिक गुण समाए होते हैं। गाउट की समस्या में हल्दी काफी फायदेमंद होती है। यह ना सिर्फ जोड़ों के दर्द को कम करती है बल्कि जोड़ों में होने वाली सूजन को भी दूर करती है।
गाउट के लिए जितने भी हर्ब हैं उसमें कैमोमाइल टी सबसे ज्यादा फायेदमंद मानी जाती है। इसमें मौजूद एंटी इंफेल्मैटरी तत्व गाउट के इलाज में फायदेमंद है। इसे आप चाय की तरह या खाने के तौर भी ले सकते हैं। यह जोड़ों में यूरिक एसिड बनने से रोकता है। इन हर्ब की मदद से आप गाउट की समस्या से निजात पा सकते हैं। ये हर्ब पूरी तरह से सुरक्षित माने जाते हैं। अगर फिर भी समस्या जस की तस है तो हकीम हाशमी से संपंर्क करें।
नोटः अगर सेक्स से संबंधित आपकी भी कोई समस्या या सवाल है तो उसे आप हमें हिंदी या अंग्रेजी में मेल कर सकते हैं। ईमेलः info@hashmi.com

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