सेक्स हमारे जीवन
का एक अहम हिस्सा है, इस बात को नकारा नहीं जा सकता। इस बात की तस्दीक
मनोवैज्ञानिक भी कर चुके हैं। देखा गया है कि सेक्स की इच्छा को छुपाने या
दबाने की जितनी कोशिश की जाती है, यह उतनी ही तीव्रता से बलवती होती है।
इसलिए सेक्स से कैसी शर्म...!
दरअसल, सेक्स से कई भ्रांतियां जुड़ी हुई हैं, इसीलिए अगर एक स्वाभाविक जरूरत की तरह कोई लड़की इसकी मांग करे, तो भी शर्म की बात मानी जाती है। इसके अलावा सेक्स संबंधों को लेकर लड़कियों के मन में यह बात डाल दी जाती है कि इसके लिए उनका शरीर सुंदर और अनुपात में होना चाहिए। ऐसे में जब तक वे युवा होती हैं समझ चुकी होती हैं कि उनका शरीर कैसा लगना चाहिए और जब उनका शरीर उससे मेल नहीं खाता, तो उन्हें शर्मिंदगी का एहसास होने लगता है।
क्या कहते हैं मनोवैज्ञानिक
उधर मनोवैज्ञानिक का कहना है कि सेक्स के प्रति शर्म पति-पत्नी के बीच दूरियों की सबसे बढी वजह है। पत्नी कभी खुले मन से पति के निकट जा नहीं पाती। फिर वे संबंध या तो मात्र औपचारिकता बन कर रह जाते हैं या मजबूरी, उनमें संतुष्टि का अभाव होता है। यह शर्म ना सिर्फ औरत को यौन आनंद से वंचित रखती है, वरन प्यार, सामीप्य व साहचार्य से भी दूर कर देती है।
इच्छाएं न छिपाएं...
यह सत्य है कि भारतीय समाज में महिलाओं की यौन इच्छा को महत्व नहीं दिया जाता है। वे सेक्स को आनंद या जरूरत मानने के बजाय उसे विवाह की अनिवार्यता व बच्चे पैदा करने का जरिया मान कर या तो एक दिनचर्या की तरह निभाती हैं या फिर संकोच के चलते पति से दूर भागती हैं। उनकी रोमांस से जुडी शर्म की सबसे बढ़ी वजह यही है कि बचपन से उन्हें बताया जाता है कि रोमांस एक वर्जित विषय है। इसके बारे में उन्हें बात नहीं करनी चाहिए। ऐसे में शादी के बाद रोमांस के लिए पहल करने की बात तो कोई लड़की सोच भी नहीं पाती। इसकी वजह वे सामाजिक स्थितियां भी हैं, जो लड़कियों की परवरिश के दौरान यह बताती हैं कि रोमांस उनके लिए नहीं वरन पुरुष के एंज्वॉय करने की चीज है, जबकि संतुष्टिदायक संबंध तभी बन सकते हैं, जब पति-पत्नी दोनों की इसमें सक्रिय भागीदारी हो और वे बेहिचक अपनी बात एक-दूसरे से कहें।
न करें शर्म
सेक्स का शर्म से कोई वास्ता नहीं है, क्योंकि यह न तो कोई गंदी क्रिया है न ही पति-पत्नी के बीच वर्जित चीज। बेहतर होगा कि आप दोनों ही सहज मन से अपने पार्टनर को अपनाते हुए सेक्स संबंधों का आनंद उठाए। इसे वैवाहिक जीवन में तो मुधरता बनी ही रहेगी, साथ ही किसी तरह की कुंठा भी मन में नहीं पनपेगी।
नोटः अगर सेक्स से संबंधित आपकी भी कोई समस्या या सवाल है तो उसे आप हमें हिंदी या अंग्रेजी में मेल कर सकते हैं। ईमेलः info@hashmi.com
दरअसल, सेक्स से कई भ्रांतियां जुड़ी हुई हैं, इसीलिए अगर एक स्वाभाविक जरूरत की तरह कोई लड़की इसकी मांग करे, तो भी शर्म की बात मानी जाती है। इसके अलावा सेक्स संबंधों को लेकर लड़कियों के मन में यह बात डाल दी जाती है कि इसके लिए उनका शरीर सुंदर और अनुपात में होना चाहिए। ऐसे में जब तक वे युवा होती हैं समझ चुकी होती हैं कि उनका शरीर कैसा लगना चाहिए और जब उनका शरीर उससे मेल नहीं खाता, तो उन्हें शर्मिंदगी का एहसास होने लगता है।
क्या कहते हैं मनोवैज्ञानिक
उधर मनोवैज्ञानिक का कहना है कि सेक्स के प्रति शर्म पति-पत्नी के बीच दूरियों की सबसे बढी वजह है। पत्नी कभी खुले मन से पति के निकट जा नहीं पाती। फिर वे संबंध या तो मात्र औपचारिकता बन कर रह जाते हैं या मजबूरी, उनमें संतुष्टि का अभाव होता है। यह शर्म ना सिर्फ औरत को यौन आनंद से वंचित रखती है, वरन प्यार, सामीप्य व साहचार्य से भी दूर कर देती है।
इच्छाएं न छिपाएं...
यह सत्य है कि भारतीय समाज में महिलाओं की यौन इच्छा को महत्व नहीं दिया जाता है। वे सेक्स को आनंद या जरूरत मानने के बजाय उसे विवाह की अनिवार्यता व बच्चे पैदा करने का जरिया मान कर या तो एक दिनचर्या की तरह निभाती हैं या फिर संकोच के चलते पति से दूर भागती हैं। उनकी रोमांस से जुडी शर्म की सबसे बढ़ी वजह यही है कि बचपन से उन्हें बताया जाता है कि रोमांस एक वर्जित विषय है। इसके बारे में उन्हें बात नहीं करनी चाहिए। ऐसे में शादी के बाद रोमांस के लिए पहल करने की बात तो कोई लड़की सोच भी नहीं पाती। इसकी वजह वे सामाजिक स्थितियां भी हैं, जो लड़कियों की परवरिश के दौरान यह बताती हैं कि रोमांस उनके लिए नहीं वरन पुरुष के एंज्वॉय करने की चीज है, जबकि संतुष्टिदायक संबंध तभी बन सकते हैं, जब पति-पत्नी दोनों की इसमें सक्रिय भागीदारी हो और वे बेहिचक अपनी बात एक-दूसरे से कहें।
न करें शर्म
सेक्स का शर्म से कोई वास्ता नहीं है, क्योंकि यह न तो कोई गंदी क्रिया है न ही पति-पत्नी के बीच वर्जित चीज। बेहतर होगा कि आप दोनों ही सहज मन से अपने पार्टनर को अपनाते हुए सेक्स संबंधों का आनंद उठाए। इसे वैवाहिक जीवन में तो मुधरता बनी ही रहेगी, साथ ही किसी तरह की कुंठा भी मन में नहीं पनपेगी।
नोटः अगर सेक्स से संबंधित आपकी भी कोई समस्या या सवाल है तो उसे आप हमें हिंदी या अंग्रेजी में मेल कर सकते हैं। ईमेलः info@hashmi.com
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